उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए पुख्ता तैयारी की गई है। मूल्यांकन के लिए प्रदेश में 258 मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं, जहां 1.44 लाख परीक्षक कुल 3.19 करोड़ उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करेंगे।
इन केंद्रों और परीक्षकों की सुरक्षा के लिए भी चाक चौबंद इंतजाम किए गए हैं। सीसीटीवी के माध्यम से इसकी निगरानी की भी व्यवस्था की गई है। माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने कहा है कि मूल्यांकन में गड़बड़ी पर परीक्षक पर कार्रवाई होगी। सचिव ने बतया है कि कॉपियों के मूल्यांकन के दौरान उत्तर नहीं बल्कि स्टेप्स पर अंक दें। विद्यार्थी का उत्तर गलत हो लेकिन उत्तर देने का तरीका सही हो तो उसे अंक दिया जाना चाहिए। बेवजह किसी के अंक न काटें।
एक अप्रैल तक होगा मूल्यांकन कार्य
माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य 18 मार्च से शुरू होकर एक अप्रैल तक चलेगा। इस दौरान हाईस्कूल की लगभग 1.86 करोड़ उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जाएगा, जिसके लिए 89,698 परीक्षकों को नियुक्त किया गया है। इसी तरह इंटरमीडिएट की 1.33 करोड़ उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए 54,235 परीक्षक लगाए गए हैं।
परीक्षकों को किया गया प्रशिक्षित
उन्होंने बताया कि उत्तर पुस्तिकाओं का त्रुटिरहित और निरपेक्ष मूल्यांकन हो सके इसके लिए इस बार पहली बार मूल्यांकन में लगाने वाले परीक्षकों एवं उपप्रधान परीक्षकों के प्रशिक्षण के लिए उनके उपनियंत्रकों का प्रशिक्षण ऑडियो-वीडियो प्रस्तुतीकरण के माध्यम से कराया गया है। मूल्यांकन केंद्रों के उप नियंत्रक या प्रधानाचार्य क्षेत्रीय कार्यालय स्तर पर प्रशिक्षण लेने के बाद अपने-अपने मूल्यांकन केंद्रों पर मूल्यांकन प्रारंभ होने से पहले उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए नियुक्त परीक्षकों एवं उप प्रधान परीक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे।
सुरक्षा की भी पुख्ता व्यवस्था
दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि मूल्यांकन केंद्रों पर एक-एक स्टेटिक मजिस्ट्रेट को लगाया गया है। साथ ही प्रत्येक जिले में स्थित सभी मूल्यांकन केंद्रों के पर्यवेक्षण के लिए डायट प्राचार्य को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। मूल्यांकन केंद्रों की सुरक्षा व्यवस्था के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं। मूल्यांकन केंद्रों के चारों ओर 100 मीटर की परिधि में धारा-144 लगाई गई है। साथ ही मूल्यांकन अवधि तक कम से कम चार सशस्त्र पुलिस गार्ड की भी तैनाती कराने तथा स्थानीय अभिसूचना इकाई-पुलिस कर्मियों की सादी वर्दी में तैनाती कराने की व्यवस्था की गई है।
सीसीटीवी कैमरों से होगी निगरानी
जिस तरह इस बार बोर्ड परीक्षाओं को वायस रिकॉर्डर वाले सीसीटीवी कैमरों के अधीन कराया गया था, उसी तरह मूल्यांकन कार्य की भी निगरानी किए जाने का प्रावधान किया गया है। मूल्यांकन कार्य अनिवार्य रूप से वायस रिकॉर्डर युक्त सीसीटीवी की निगरानी में होगा। मूल्यांकन की समुचित निगरानी के लिए सभी केंद्रों की जनपद और राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम से लगातार मॉनीटरिंग कराने की भी व्यवस्था की गई है।
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