देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण लॉकडाउन लगा हुआ है। ऐसे में सभी काम रोक दिए गए हैं। वहीं उत्तर प्रदेश बोर्ड की कॉपियों का मूल्यांकन भी लॉकडाउन के कारण रोक दिया गया था। इससे यूपी बोर्ड के दसवीं और बारहवीं के रिजल्ट जारी होने में देरी हो सकती है।
दरअसल अभी उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन खुलने की संभावना नहीं दिख रही है। अगर लॉकडाउन तय तारीख 15 अप्रैल को खोल दिया जाता है तो भी रिजल्ट की पूरी प्रक्रिया में एक महीने का समय लगेगा। ऐसे में नतीजे मई के बाद यानी जून में ही जारी होने की उम्मीद है। दरअसल उत्तर प्रदेश में 275 केंद्रों पर 1.47 लाख परीक्षक तीन करोड़ से अधिक कॉपियां जांचनी हैं। 16 मार्च को कॉपी चेंकिंग का काम शुरू हुआ था, इसके बाद लॉकडाउन के कारण काम रोक दिया गया। इसलिए कॉपी चेक करने और रिजल्ट की प्रक्रिया में कम से कम 30 दिन का समय लगेगा।
टॉपर्स पर रहेगी नजर, 90% से ज्यादा अंक मिलने पर दोबारा चेक होगी कॉपी
जिन कॉपियों पर 90 प्रतिशत या अधिक अंक मिलेंगे उसे परीक्षकों को अपने उप प्रधान परीक्षक के सामने प्रस्तुत करते हुए उनकी सहमति या असहमति की आख्या लेते हुए मूल्यांकन की पुष्टि करवानी होगी।बोर्ड की ओर से मूल्यांकन केंद्र प्रभारित को भेजे निर्देश के अनुसार कॉपी जांचने वाले प्रत्येक परीक्षक को अंडरटेकिंग देनी होगी। परीक्षकों को लिखित रूप से देना होगा की-'मेरे द्वारा किए गए मूल्यांकन कार्य में यदि किसी प्रकार की अनियमितता पायी जाती है तो उसके लिए मैं व्यक्तिगत रूप से उत्तरदायी होऊंगा तथा उक्त के क्रम में मेरे विरुद्ध जो भी कार्यवाही की जाएगी, मुझे मान्य होगी।'
सोशल मीडिया से रहें सावधान
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने सभी छात्र-छात्राओं, अभिभावकों, शिक्षकों व अन्य के लिए महत्वपूर्ण सूचना जारी करते हुए कहा है कि वर्ष 2020 की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा का मूल्यांकन होगा और परीक्षा परिणाम भी जारी किया जाएगा। बोर्ड परीक्षाओं को लेकर कुछ गलत सूचनाएं सोशल मीडिया के माध्यम से वायरल हो रही हैं। इसमें समस्त छात्र-छात्राओं को उत्तीर्ण कर देने वाली फर्जी सूचनाएं हैं।
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