यूपी बोर्ड 2020 परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन पांच मई से शुरू कराने के निर्देश दिए हैं। शैक्षणिक सत्र को नियमित करने के उद्देश्य से यह फैसला लिया गया है। जिलों में निर्धारित किए गए मूल्यांकन केंद्रों पर उपलब्ध स्थान के मुताबिक विषयवार शिक्षकों को बुलाकर 25 मई तक मूल्यांकन का काम पूरा कराने का फैसला लिया गया है। प्रमुख सचिव आराधना शुक्ला ने इस आशय का आदेश जारी किया है। सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद प्रयागराज के साथ ही सभी जिलाधिकारियों को मूल्यांकन शुरू कराने के लिए पत्र लिखा है।
मूल्यांकन केंद्र से 100 मीटर की परिधि में धारा-144: प्रमुख सचिव ने लिखा है कि जिलों में प्रत्येक मूल्यांकन केंद्रों से 100 मीटर की परिधि में धारा 144 लगाई जाए। मूल्यांकन केंद्र में कोई भी ऐसा व्यक्ति प्रदेश नहीं कर सकेगा जिसका मूल्यांकन से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने निर्देश दिया है कि मूल्यांकन केंद्रों पर पुलिस बल तैनात किया जाए और एलआईयू को भी सक्रिय रखा जाए। मूल्यांकन का काम सीसीटीवी के जद में रहे।
मूल्यांकन के दौरान उत्तर पुस्तिकाओं के प्राप्तांकों तथा अवार्ड की गोपनीयता बनी रहे इसे ध्यान में रखते हुए परीक्षकों और कर्मचारियों द्वारा मूल्यांकन केंद्र में मोबाइल का प्रयोग प्रतिबंधित रहेगा। प्राप्तांकों व अवार्ड की गोपनीयता भंग कर इंटरनेट पर वायरल होने की स्थिति में संबंधित परीक्षा केंद्र के प्रभारी और परीक्षकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। मूल्यांकन केंद्र पर उपस्थित होने वाले परीक्षकों तथा उत्तर पुस्तिकाओं का विवरण रोज शाम छह बजे तक परिषद की वेबसाइट पर अपलोड करने के निर्देश दिए गए हैं।
मूल्यांकन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के निर्देश: कोविड-19 से बचाव के लिए मूल्यांकन केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग तथा राज्य सरकार द्वारा बताए गए सुरक्षा के निर्देशों का पूरा पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। मूल्यांकन के लिए परीक्षकों की सीटिंग व्यवस्था इस प्रकार करने को कहा गया है जिससे प्रत्येक के बीच न्यूनतम दो मीटर की दूरी रहे।
केंद्रों के उप नियंत्रकों से कहा गया है कि यदि उनके केंद्र में और स्थान है तो उन स्थानों को उपयोग परीक्षकों को दूर-दूर बिठाने में करेंगे। परीक्षकों, शिक्षणेत्तर कर्मियों के लिए मास्क लगाना, हैंड गल्ब्स पहनना तथा अन्य सुरक्षात्मक उपायों को करना अनिवार्य किया गया है। जिन परीक्षकों के पास मास्क व हैंड गल्ब्स नहीं होंगे उन्हें जिला विद्यालय निरीक्षक के माध्यम से दिलाने के निर्देश हैं।
मूल्यांकन केंद्रों को प्रतिदिन सैनिटाइज किया जाएगा: जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देशित किया गया है कि प्रतिदिन मूल्यांकन केंद्रों को सैनिटाइज कराएंगे और आवश्यक दवाओं का छिड़काव कराएंगे। इसके लिए वे जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का सहयोग लेंगे। मूल्यांकन केंद्रों पर सैनिटाइजर, लिक्विड सोप, पेपर नैपकिन, मास्किटो रिपेलेंट्स तथा पानी आदि का समुचित प्रबंध करने को कहा गया है। मूल्यांकन अवधि तक प्रत्येक मूल्यांकन केंद्र पर कोरोना संदिग्धों की पहचान के लिए थर्मल स्कैनर की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
मूल्यांकन के दौरान यदि किसी परीक्षक में कोरोना से जुड़े प्रारंभिक लक्षण दिखते हैं तो उसे मूल्यांकन से हटाकर इसकी सूचना जिला प्रशासन अथवा संबंधित अधिकारियों को दी जाएगी। परीक्षकों के साथ ही अन्य कर्मचारियों के लिए आरोग्य सेतु एप डाउन लोड करना अनिवार्य किया गया है।
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