यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा 2020 में सम्मिलित छात्र-छात्राओं को पास कराने और नंबर बढ़वाने के नाम पर फर्जी कॉल आ रही है। इसके एवज में धोखेबाज पैसा जमा करने के लिए बच्चों को अपना बैंक एकाउंट नंबर और आईएफसी कोड भी दे रहे हैं। सचिव यूपी बोर्ड नीना श्रीवास्तव ने विज्ञप्ति जारी कर छात्र-छात्राओं से अपील की है कि ऐसे तत्वों के झांसे में न आएं। यह दंडनीय अपराध है। पुलिस समेत अन्य अधिकारियों को पत्र लिखकर कार्रवाई कराई जा रही है।
सचिव ने स्पष्ट किया है कि ये अवांछनीय तत्व छात्र-छात्राओं और अभिभावकों के बीच परीक्षाफल को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा कर अपना स्वार्थ पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं। 2020 की बोर्ड परीक्षा का मूल्यांकन कोरोना के कारण फिलहाल स्थगित है। इस प्रकार का काम बोर्ड का कोई अधिकारी या कर्मचारी नहीं करता। अवांछनीय तत्वों के मोबाइल फोन नंबर और बैंक खाता की सूचना अपने जिले के जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय एवं पुलिस प्रशासन को उपलब्ध कराते हुए कानूनी कार्रवाई कराएं। गौरतलब है कि पिछले महीने 16 मार्च को मूल्यांकन शुरू होने के पहले ही ऐसी फर्जी कॉल आनी शुरू हो गई थी। हिन्दुस्तान ने 16 मार्च को यह समाचार प्रमुखता से प्रकाशित किया था। पिछले साल अप्रैल के दूसरे सप्ताह में भी बाराबंकी, अम्बेडकरनगर, वाराणसी में छात्र-ठगों ने रुपयों की मांग की थी।
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