यूपी बोर्ड की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की एक चौथाई कॉपियां आठ दिन में जांची जा चुकी हैं। कुल 3.19 करोड़ कॉपियों में से शनिवार तक 2,36,51,382 का मूल्यांकन पूरा हो चुका है। कई विषयों की कॉपियों का मूल्यांकन समाप्ति की ओर है। शनिवार को प्रदेशभर के 258 मूल्यांकन केंद्रों पर 80 से अधिक परीक्षकों ने उपस्थिति दर्ज कराई। बोर्ड भी मूल्यांकन पर नजर रखे हुए है और केंद्रों के उपनियंत्रकों से मूल्यांकन की रोजाना प्रगति रिपोर्ट मांगी जा रही है।
बोर्ड अधिकारियों का कहना है कि कॉपियों का मूल्यांकन जिस तेजी से हो रहा है उसमें निर्धारित समय से पहले ही यह कार्य समाप्त होने की संभावना है। वैसे कुछ विषयों संस्कृत, अर्थशास्त्र, भूगोल आदि कॉपियों का मूल्यांकन लगभग समाप्ति की ओर है। कुछ विषयों की कॉपियों का मूल्यांकन रविवार तक समाप्त हो जाएगा। बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने बताया कि मूल्यांकन कार्य की प्रगति बेहतर है। परीक्षक इस कार्य में पूरे मनोयोग से सहयोग कर रहे हैं। कॉपियों का मूल्यांकन पूरा होते ही परीक्षाफल की तैयारी शुरू हो जाएगी।
गूगल मीट से की मूल्यांकन की समीक्षा
बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने शनिवार को गूगल मीट के माध्यम से प्रदेश के सभी डीआईओएस के साथ मूल्यांकन कार्य की समीक्षा की। उन्होंने सभी को निर्देश दिया कि मूल्यांकन कार्य को जल्द पूरा कराया जाए।
इंटर के छूटे छात्रों को मिलेगा प्रैक्टिकल का मौका
यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा में सम्मिलित जिन छात्र-छात्राओं की प्रायोगिक परीक्षा किन्हीं कारणों से छूट गई है उन्हें मूल्यांकन के बाद अप्रैल में एक और मौका मिलेगा। इसके लिए प्रयागराज, वाराणसी, मेरठ, बरेली और गोरखपुर क्षेत्रीय कार्यालय के स्तर से छूटे परीक्षार्थियों की सूची तैयार की जा रही है। बोर्ड की ओर से 21 जनवरी से पांच फरवरी तक दो चरणों में प्रायोगिक परीक्षा कराई गई थी। छूटे हुए परीक्षार्थियों को 11 और 12 फरवरी को एक मौका दिया गया था। लेकिन कई प्रधानाचार्यों ने अन्य छात्रों की प्रायोगिक परीक्षा छूटने की सूचना दी है।
Download Link