यूपी बोर्ड की हाईस्कूल हिंदी की परीक्षा 16 फरवरी को होगी। हिंदी के प्रश्नपत्र का पैटर्न इस बार बोर्ड के विशेषज्ञों ने बदल दिया है। विशेषज्ञों के अनुसार हिंदी के पेपर में व्याकरण पर पकड़ और शुद्ध लेखन परीक्षार्थियों को अच्छे नंबर दिलाने में मददगार होंगे।
वैसे तो सभी विषय महत्वपूर्ण है लेकिन हिंदी विषय की उपयोगिता यूपी बोर्ड के हिंदी माध्यम के छात्र-छात्राओं के लिए सर्वाधिक इसलिए है कि उन्हें अन्य सभी विषयों को हिंदी भाषा में ही पढ़ना-लिखना है। अत शुद्ध लेखन, आपके मूल्यांकन का सबसे मजबूत आधार है।
सबसे अधिक नौ नंबर का निबंध पूछा जाएगा। इसलिए निबंध लेखन का अभ्यास अच्छे से कर लें। निबंध की प्रस्तावना व उपसंहार में कोई संदर्भित काव्य पंक्ति भी जरूर लिखें। निबंध के लिए विज्ञान, सामाजिक, सांस्कृतिक एवं आर्थिक समस्याओं एवं स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण आदि विषय महत्वपूर्ण है।
20 बहुविकल्पीय प्रश्नों में गद्य व पद्य के पाठ एवं इतिहास से संबंधित प्रश्न, काव्य सौंदर्य के तत्व (रस छंद अलंकार), हिंदी व्याकरण (उपसर्ग, प्रत्यय आदि), संस्कृत व्याकरण (संधि, शब्द रूप, धातु रूप) से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे।
खंड अ बहुविकल्पीय
1. हिंदी गद्य 05 अंक
2. हिंदी पद्य 05 अंक
3. काव्य सौंदर्य के तत्व 03 अंक
4. हिंदी व्याकरण 04 अंक
5. संस्कृत व्याकरण 03 अंक
6. योग 20 अंक
खंड बी वर्णनात्मक
1. गद्यांश पर आधारित प्रश्न - 06
2. पद्यांश पर आधारित प्रश्न - 06
3. संस्कृत गद्यांश का संदर्भ सहित हिंदी अनुवाद - 05
3. संस्कृत पद्यांश का संदर्भ सहित हिंदी अनुवाद - 05
4. खंडकाव्य से कथानक, चरित्र चित्रण एवं तथ्य आधारित प्रश्न - 03
5. गद्य खंड के लेखकों का जीवन परिचय व प्रमुख रचना - 05
6. पद्य खंड के कवियों का जीवन परिचय व प्रमुख रचना - 05
7. संस्कृत पाठ्यवस्तु से एक श्लोक जो प्रश्नपत्र में न आया हो - 02
8. संस्कृत पाठ्यवस्तु पर आधारित प्रश्नों में से किन्हीं दो का संस्कृत में उत्तर - 04
9. निबंध रचना - 09
समग्र पाठ्यक्रम से पूछेंगे 20 नंबर के बहुविकल्पीय प्रश्न - इस साल बदले पैटर्न पर होगी हाईस्कूल हिंदी की परीक्षा
अच्छे नंबर पाने की सबसे बड़ी विशेषता है सुंदर और वर्तनी दोष मुक्त लेखन। गद्य एवं काव्य के अंतर्गत प्रारंभ के पांच लेखकों व कवियों का जीवन परिचय अवश्य याद करें। खंडकाव्य के प्रश्न अपनी भाषा में लिखें। उनका जवाब किताबी अंदाज में न लिखें। संस्कृत में हलन्त और विसर्ग की अनदेखी न करें। हलन्त और विसर्ग न लगाने से अंक कट जाते हैं। काव्य रचना की व्याख्या करने के पश्चात काव्यगत सौंदर्य व भाव साम्य अवश्य लिखें।
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