यूपी बोर्ड परीक्षा का 18 जून को आया परिणाम अब बदल चुका है, प्रदेश की टॉपर दिव्यांशी पिछड़ गई हैं, अब उनकी जुड़वा बहन दिव्या ने सर्वाधिक अंक से बाजी मार ली है। यूपी बोर्ड की वेबसाइट पर दिव्या के अंक इंटरमीडिएट यूपी टॉपर जुड़वा बहन दिव्यांशी से ज्यादा हो गए हैं। हालांकि यूपी बोर्ड की ओर से वेब साइट में अंकपत्र पर परिवर्तन कर दिया गया है लेकिन आधिकारिक तौर पर मेरिट सूची में अभी बदलाव जारी नहीं किया गया है। फिलहाल दिव्या को यूपी टापर मानकर घरवालों में खुशी का माहौल हैI
पढ़ाई एक जैसी तों अंक कैसे कम
यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट-2022 का परीक्षा परिणाम 18 जून को जारी हुआ था। इसमें फतेहपुर की जय मां सरस्वती ज्ञान मंदिर इंटर कालेज की दिव्यांशी ने 500 में 477 अंक लेकर यूपी टॉप किया था। प्रदेश की टापर मेरिट लिस्ट में उसका नाम सबसे ऊपर था। हालांकि उसके साथ जुड़वा बहन दिव्या भी इंटरमीडिएट की परीक्षा में शामिल हुई थी और उसके अंक काफी कम रह गए थे। लेकिन, पढ़ाई में तकरीबन एक जैसी होने के कारण दिव्या को अपने परिणाम पर विश्वास नहीं हो रहा था। वह परेशान थी एक जैसी पढ़ाई के बावजूद अंक कैसे कम आए।
हिंदी और विज्ञान के अंकों से असंतुष्ट थी दिव्या
यूपी बोर्ड परिणाम आने के बाद दिव्या अंकपत्र में हिंदी के अंकों को लेकर वह कतई भरोसा नहीं कर रही थी। हिंदी में 56 अंक के साथ अंकपत्र में पूर्णांक 500 में 433 अंक थे, जिसे लेकर वह काफी परेशान भी थी। वह कहती रही कि हिंदी और भाैतिक विज्ञान विषय में अंकित अंक सही नहीं हैं, इसकी जांच करवाई जाए। यूपी बोर्ड टॉपर घोषित दिव्यांशी के पिता राधेकृष्णा ने बताया कि नवरात्र के समय 29 सितंबर को दूसरी जुड़वा बेटी दिव्या को लेकर प्रयागराज स्थित यूपी बोर्ड के कार्यालय गए थे।
माध्यमिक शिक्षा परिषद कार्यालय में अपर सचिव माध्यमिक शिक्षा से मुलाकात करके दिव्या के प्रतियोगी परीक्षा के परिणाम के बारे में जानकारी दी। साथ ही हिंदी व भौतिक विज्ञान की उत्तरपुस्तिका को निकलवाकर जांच कराने अनुरोध किया था। उसके अंकपत्र में भाैतिक विज्ञान में 91 अंक अंकित थे।
उत्तर पुस्तिकाओं में निकले अधिक अंक
पिता राधे कृष्णा का दावा है कि अनुरोध पर उत्तरपुस्तिकाएं निकलवाई गईं तो पता चला कि हिंदी की उत्तर पुस्तिका के मुख्यपृष्ठ पर 94 अंक दर्ज थे। मौजूद अफसर ने उत्तर पुस्तिका के अंदर प्रत्येक उत्तर पर मिले अंकों का पुन: जोड़ किया तो भी अंक 94 ही निकले। इसी तरह भौतिक विज्ञान की उत्तर पुस्तिका जांची गई तो उसमें 99 अंक निकले। यह देखकर साथ मौजूद दिव्या की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
यूपी बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि इस संबंध में क्षेत्रीय कार्यालय से अभी तक कोई पत्रावली बोर्ड मुख्यालय को नहीं मिली है। अगर स्क्रूटनी या परितुलन में इंटर की छात्रा दिव्या के अंक बढ़ने से मेरिट में परिवर्तन हुआ है तो जांच कर नियमानुसार आगे की कार्यवाही की जाएगी।
डीआइओएस देवकी सिंह ने कहा कि यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम में टापर बदलने या मेरिट लिस्ट में संशोधन जैसी कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है।
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