यूपी बोर्ड परीक्षा 2022 की लिखित परीक्षा पूरी हो चुकी है और प्रायोगिक परीक्षाएं जारी हैं। इसी बीच आज शनिवार से लिखित परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन लखनऊ जिले के पांच केन्द्रों पर शुरू हो रहा है। मूल्यांकन से परिषद ने उत्तर पुस्तिका जांचने वाले परीक्षकों के लिए निर्देश जारी कर दिए हैं। जिसमें कहा गया है कि प्रश्न पत्र में कोई सवाल त्रुटिपूर्ण होगा तो उस प्रश्न के परीक्षकों को पूरे निर्धारित अंक देंगे। छात्र ने भले वो सवाल हल किया हो या न किया हो, गलत हल किया हो फिर भी जो भी निर्धारित अंक हैं वह परीक्षार्थियों को दिए जाएंगे।
सीधे तौर पर बोर्ड ने साफ कर दिया है कि बोर्ड की गलती की वजह से छात्रों के अंक नहीं कटेंगे। इन त्रुटियों में मुख्य रूप से यह त्रुटि शामिल है कि यदि प्रश्न के चार विकल्प हैं और सही एक होना चाहिए लेकिन प्रश्न पत्र में दो सही विकल्प हैं तो उस प्रश्न के निर्धारित अंक छात्र को दिए जाएंगे। वहीं किसी कहानी के सम्बंध में कोई सवाल पूछा गया है और प्रश्न पत्र में कहानी का शीर्षक ही गलत छपा हो तो भी परीक्षक उस प्रश्न के पूरे अंक देंगे।
कम हुए पाठ्यक्रम से आए सवाल तो
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटर की परीक्षाओं से पूर्व 30 प्रतिशत पाठ्यक्रम कम कर दिया गया था। इसके बावजूद भी अगर कुछ प्रश्न कम किए गए पाठ्यक्रम से आया है तो ऐसे स्थिति में भी मूल्यांकन करने वाले परीक्षकों को पूरे अंक देने होंगे।
ऐसे मिलेंगे नंबर
बोर्ड के परीक्षार्थियों को राहत देने के लिए बोर्ड ने स्टेप बाइ स्टेप मार्किंग प्रक्रिया के अनुसार मूल्यांकन करने को कहा है। जिसका मतलब है कि यदि प्रश्न सही हल करने पर तीन अंक निर्धारित हैं और परीक्षार्थी ने इनमें से प्रथम दो अंश सही लिखे हैं तो उसे दो अंक प्रदान किए जाएं। यानी किसी प्रश्न को हल करने में छात्र ने जितने स्टेप सही लिखे हैं, उतने अंक देने होंगे। अच्छी राइटिंग में लिखने वाले परीक्षार्थियों को परीक्षक एक अंक अतिरिक्त देंगे।
डॉ. अमरकांत सिंह (जिला विद्यालय) ने कहा कि स्टेप बाई स्टेप मार्किंग होगी। परिषद से जारी निर्देश का पालन परीक्षकों को सख्ती से करना होगा। मूल्यांकन के लिए बनाए गए फॉर्मेट में ही मूल्यांकन करना होगा।
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