हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के परीक्षार्थियों के प्रवेश-पत्र पर इस बार क्यूआर कोड लगाया गया है। उड़नदस्तों की टीमें इस क्यूआर कोड को स्कैन कर परीक्षार्थी की फोटो व विवरणों की जांच कर सकेंगे। फर्जी परीक्षार्थियों पर शिकंजा कसना इसका मकसद है। ये जानकारी भिवानी मुख्यालय पर मंगलवार को निजी मान्यता प्राप्त स्कूलों में तैनात सभी केंद्र अधीक्षकों की बैठक के दौरान बोर्ड अध्यक्ष डॉ. वीपी यादव ने दी।
उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि 27 फरवरी से शुरू होने वाली सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी सहित डीएलएड परीक्षा को नकल रहित बनाने में सहयोग दें। मौके पर बोर्ड सचिव कृष्ण कुमार व संयुक्त सचिव पवन कुमार भी मौजूद रहे। बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि इस बार शिक्षा बोर्ड ने आधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुए हर प्रश्र पत्र पर एक विशेष क्यूआर कोड लगाया गया है।
साथ ही एक यूनिक नम्बर कोड भी अंकित होगा। इससे यदि कोई परीक्षार्थी, पर्यवेक्षक, कर्मचारी व अन्य कोई भी इसकी फोटो खींचेगा तो तुरंत पता लग जाएगा कि प्रश्र पत्र कहां से आउट हुआ है और किस परीक्षार्थी का है। इससे परीक्षाओं के दौरान होने वाली किसी भी प्रकार की अनियमितताओं पर लगाम लगाई जा सकेगी। उन्होंने आगे बताया कि आगर किसी परीक्षा केन्द्र पर नकल होते पाई गई तो बोर्ड नियमानुसार विद्यालय पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।सीसीटीवी की जद में होगी परीक्षा.
बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि स्कूल भवन के वही कमरे केंद्र बनाए जाएंगे जिनमें सीसीटीवी कैमरे लगे हों। स्कूल मुखिया ये सुनिश्चित करेंगे कि परीक्षा के दौरान सीसीटीवी कैमरे चालू अवस्था में और ऑनलाइन हों। साथ ही परीक्षाओं के दौरान की फुटेज सुरक्षित रखी जाए ताकि परीक्षा के बाद बोर्ड इसे ले सके।
बोर्ड सचिव ने कहा कि किसी कर्मचारी का पुत्र-पुत्री, सगा संबंधी, पति-पत्नी या अन्य कोई ब्लड रिलेशन वाला परीक्षार्थी परीक्षा दे रहा है तो उस अवस्था में विद्यालय के किसी भी वरिष्ठ प्रवक्ता को केन्द्र अधीक्षक की ड्यूटी पर नियुक्त किया जाना है। उप केन्द्र अधीक्षक, पर्यवेक्षक अमला, लिपिक व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नियुक्ति स्कूल स्टाफ से ही होगाी। परीक्षा के दौरान केन्द्र अधीक्षक अपना परीक्षा केन्द्र न छोड़ें।
Download Link