मैट्रिक और इंटर के मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित करना बिहार बोर्ड का बहुत ही अच्छा प्रयास है। पहला मौका हैं जब मैं इस समारोह में शामिल हो रहा हूं। यहां पर मेधा सूची में शामिल कई छात्र है, जिन्हें बिहार बोर्ड ने सम्मानित किया है। यह बातें बिहार बोर्ड के मेधा दिवस समारोह 2023 के दौरान शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने कहीं। ज्ञान भवन में देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती पर हर साल आयोजित मेधा दिवस समारोह में मैट्रिक और इंटर के 116 टॉपर्स को सम्माानित किया गया।
अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने कहा इसमें कोई शक नहीं कि शिक्षा के क्षेत्र में बिहार बोर्ड ने कई सुधार किया है। बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर की मेहनत का नतीजा है कि आज बिहार बोर्ड की देश स्तर पर जगह बनी है। अभी हाल में सीबीएसई अध्यक्ष ने भी बिहार बोर्ड के कार्यों की तारीफ की और कई चीजों में सीबीएसई से बेहतर बताया।
इस मौके पर बिहार बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि हर साल मेधा दिवस पर मैट्रिक के दस और इंटर के सभी संकाय के टॉप पांच छात्रों को सम्मानित किया जाता है। इस मौके पर शास्त्रीनगर बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, बांकीपुर बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय समेत कई स्कूल द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
प्रथम टॉपर को एक लाख और द्वितीय को 75 हजार की राशि मिली
इस मौके पर मैट्रिक के प्रथम 10 स्थान प्राप्त करने वाले 90 विद्यार्थियों को और इंटर के तीनों संकाय में प्रथम-पांच प्राप्त 26 विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। प्रथम स्थान प्राप्त छात्रों को एक-एक लाख रुपये, द्वितीय को 75 हजार और तृतीय स्थान प्रापत को 50-50 हजार रुपये की राशि दी गयी। सभी टॉपर को एक-एक लैपटॉप, प्रशस्ति पत्र तथा मेडल दिया गया। मैट्रिक परीक्षा में चतुर्थ स्थान से दसवें स्थान प्राप्त को 10 हजार रुपये, प्रशस्ति पत्र, मेडल और लैपटॉप से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त इंटर के चतुर्थ और पंचम स्थान प्राप्त को 15 हजार रुपया, प्रशस्ति पत्र, मेडल और लैपटॉप प्रदान किया गया।
डीएम और डीईओ भी हुए सम्मानित
बिहार बोर्ड ने कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए राज्य के दस जिलों के जिलाधिकारी और डीईओ को सम्मानित किया गया। इसमें मुजफ्फरपुर, दरभंगा, पटना, पश्चिम चंपारण, नालंदा, सुपौल, गया, भागलपुर, वैशाली, अररिया शामिल थे।
बिहार के आधुनिकीकरण में डॉ. राजेंद्र प्रसाद का महत्वपूर्ण योगदान : श्रीश चौधरी
इस मौके पर डॉ. राजेंद्र प्रसाद स्मृति व्याख्यान का आयोजन किया गया। आईआईटी मद्रास के प्रोफेसर श्रीश चौधरी द्वारा डॉ. राजेंद्र प्रसाद स्मृति पर व्याख्यान दिया गया था। उन्होंने कहा कि राजेंद्र बाबू आज भी मेरे लिए जिंदा है। बिहार के आधुनिकीकरण में डॉ. राजेंद्र प्रसाद का काफी योगदान रहा। अंग्रेजी शिक्षा को बढ़ावा देने के साथ भोजपुरी फिल्म तक को आगे लाने में योगदान रहा। उड़ो बिना पंख के... का संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि छात्रों को कोचिंग की पढ़ाई पर भरोसा नहीं करना चाहिए। कोचिंग की मदद तब ले जब आज खुद सभी विषयों में तैयार हो। लक्ष्य निर्धारित कर बढ़ना ही तपस्या है। छात्रों का फोकस डॉक्टर, इंजीनियरिंग के अलावा लेखक, कवि, शिक्षक, नेता आदि पर होना चाहिए।
मैट्रिक व इंटर के टॉपर से बातचीत:
मै उर्दू से स्नातक कर रही हूं। मुझे यूपीएससी करना है। इसकी तैयारी मैने शुरू कर दी है। इंटर की तैयारी में मैने सेल्फ स्टडी पर ही ध्यान दिया था। मेरी सफलता में मेरे परिवार वाले का योगदान बहुत है। -मोहद्देसा, कला संकाय राज्य टॉपर, उच्च माध्यमिक विद्यालय बायसी पूर्णिया।
आज यहां पर सम्मानित हो कर बहुत अच्छा लगा। मेहनत के बाद जब सम्मान मिलता है तो बहुत खुशी मिलती है। इससे आगे और अच्छा करने का उत्साह मिला।-सौम्या शर्मा, वाणिज्य संकाय राज्य टॉपर, एस सिन्हा कॉलेज औरंगाबाद।
मैने दिल्ली विवि में स्नातक में दाखिला लिया है। यूपीएससी की तैयारी भी साथ शुरू कर दी हूं। आज यहां पर सम्मानित होने में बहुत ही अच्छा लगा। सभी ने बहुत प्रोत्साहित किया है। इससे आगे की सफलता के लिए प्रेरणा मिली है।- आयुषी नंदन, विज्ञान संकाय राज्य टॉपर, आर लाल कॉलेज खगड़िया।
मैंने मेहनत की लेकिन उसे सम्मान मिलने से बहुत खुशी हुई है। मै एडीए में जाना चाहता हूं। इसलिए विज्ञान गणित लेकर अपनी पढ़ाई कर रहा हूं। मै कई घंटे तक सेल्फ स्टडी करता था। इससे मेरी सफलता आसान हुई।
-मो. रूमान अशरफ, मैट्रिक राज्य टॉपर, इस्लामियां उच्च विद्यालय शेखपुरा
संघ लोक सेवा आयोग की तैयारी कर रही हूं। अभी गणित लेकर पढ़ाई कर रही हूं। स्नातक करने के बाद मेरा लक्ष्य यूपीएससी की तैयारी करना है।
-नम्रता कुमारी, मैट्रिक राज्य सेकेंड टॉपर, निर्मला शिक्षा भवन हाई स्कूल शाहपुर पट्टी, भोजपुर
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