बिहार बोर्ड मैट्रिक के 15 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स मैट्रिक रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि बिहार बोर्ड ने पेंडिंग पोस्ट इवैल्यूएशन प्रक्रिया, वेरिफिकेशन और रिजल्ट अपलोडिंग से जुड़े कार्य करीब करीब पूरे कर लिए हैं। उम्मीद की जा सकती है कि बिहार बोर्ड मैट्रिक रिजल्ट 2020 की घोषणा आज या एक दो दिन में हो सकती है। परिणाम का इंतजार कर रहे स्टूडेंट्स को पासिंग मार्क्स और बिहार बोर्ड की ग्रेस मार्क्स पॉलिसी के बारे में भी पता होना चाहिए। यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि आखिर बिहार बोर्ड 10वीं कक्षा पास करने के लिए छात्रों को कितने नंबर लाने होंगे -
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार मैट्रिक परीक्षा में पास होने के लिए कम से कम 30 फीसदी मार्क्स लाने आवश्यक है। यानी हर विषय में छात्र के 100 में से कम से कम 30 मार्क्स होने चाहिए। एग्रीगेट 150 अंक होना जरूरी है। छात्र को पास घोषित होने के लिए इंग्लिश और ऑप्शनल सब्जेक्ट (वैकल्पिक विषय) को छोड़कर अन्य सभी विषयों में पास होना होगा। सोशल साइंस और साइंस समेत प्रैक्टिल विषयों में छात्र को थ्योरी और इंटरनल असेसमेंट दोनों में पास होना जरूरी होगा और इसके लिए 100 में से कम से कम 30 अंक लाने होंगे।
ग्रेस मार्क्स पॉलिसी
पास प्रतिशत बेहतर करने के लिए बिहार बोर्ड ने ग्रेस मार्क्स देने की नीति अपना रखी है। इसके मुताबिक अगर कोई छात्र किसी एक विषय में 8 प्रतिशत या इससे कम नंबर या दो विषयों में 4-4 प्रतिशत व उससे कम नंबर से फेल हो जाता है तो उसे ग्रेस नंबर देकर अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाता है। वहीं अगर कोई छात्र कुल 75 प्रतिशत अंक (एग्रीगेट) हासिल करता है और किसी एक विषय में 10 प्रतिशत से कम नंबर से फेल हो जाता है तो उसे पास घोषित कर दिया जाता है।
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