बिहार बोर्ड के मैट्रिक और इंटर के एक लाख के लगभग विद्यार्थी परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे। विद्यालय में लगातार अनुपस्थिति रहने और 75 फीसदी उपस्थिति पूरा नहीं होने के कारण इन छात्रों का नामांकन रद्द कर दिया गया है। इसको लेकर बिहार बोर्ड के सचिव प्रमोद कुमार ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को सूचना दी है। प्रमोद कुमार के अनुसार जो विद्यार्थी कक्षा दसवीं और 12वीं में लगातार विद्यालय से अनुपस्थित रहें है, उन्हें सेंटअप परीक्षा में शामिल नहीं किया जाएगा। इसको लेकर सभी जिलों से छात्रों की स्कूल और जिलावार सूची भी बोर्ड ने मांगी है। इसके लिए स्कूलों को एक सप्ताह का समय दिया गया है। इस दौरान सभी डीईओ को हार्ड और सॉफ्ट कॉपी में छात्र और छात्राओं की सूची बोर्ड को भेजनी है।
बिहार बोर्ड के अनुसार राज्य भर से नौवीं और 12वीं तक के 2,66,564 विद्यार्थियों का नामांकन रद्द कर दिया गया है। वहीं नौवीं और 11वीं के 1,66,564 छात्र और छात्राओं का नामांकन रद्द किया गया है। ये छात्र आगामी वार्षिक परीक्षा में शामिल नहीं होंगे। बता दें कि शिक्षा विभाग के आदेश पर नौवीं से 12वीं तक के ऐसे छात्रों का नामांकन रद्द करने का आदेश दिया गया था जो लगातार विद्यालय में अनुपस्थिति थे। ऐसे छात्र अब आगे की परीक्षा में शामिल नहीं होंगे। बता दें कि इंटर का सेंटअप परीक्षा 30 अक्टूबर से छह नवंबर तक लिया जाएगा। वहीं मैट्रिक सेंटअप परीक्षा नवंबर के अंतिम सप्ताह में लिया जाएगा।
- अप्रैल से उपस्थिति का हुआ लेखा जोखा
शिक्षा विभाग के निर्देश पर अगस्त में ही बिहार बोर्ड ने पत्र जारी कर 75 फीसदी उपस्थिति पूरी करने के लिए छात्रों से कहा था। लेकिन लगातार स्कूलों में छात्र और छात्राओं की अनुपस्थिति हो रही थी। पहले 75 फीसदी उपस्थिति का नियम बोर्ड परीक्षा के पहले तक लागू की गयी थी, लेकिन बाद में बोर्ड ने इसमें संशोधन कर इसे सेंटअप परीक्षा के लिए लागू कर दिया। छात्रों की उपस्थिति का लेखा जोखा अप्रैल से किया गया है। बता दें कि 75 फीसदी कि उपस्थिति का नियम अब सेंटअप परीक्षा में लागू किया गया है।
डीईओ (पटना) अमित कुमार ने कहा, 'सेंटअप परीक्षा में वहीं छात्र शामिल होंगे जिनका स्कूल में 75 फीसदी उपस्थिति पूरी है। इसको लेकर बिहार बोर्ड से पत्र प्राप्त हुआ है। स्कूल वार छात्रों की सूची तैयार की जा रही है, इसे बोर्ड को भेजा जाएगा।'
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