बिहार बोर्ड द्वारा मैट्रिक रिजल्ट आज दोपहर साढ़े 3 बजे जारी होगा। विद्यार्थी अपना परीक्षा परिणाम onlinebseb.in और biharboardonline.bihar.gov.in के अलावा www.fastresult.in वेबसाइट और Fastresult Mobile APP पर भी चेक कर सकेंगे। बिहार बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया की सोमवार को नतीजों (Bihar Board Matric Result 2021) की घोषणा शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी के द्वारा की जाएगी। हालांकि इस बार कोरोना महामारी से पैदा हुए हालातों और राज्य सरकार की गाइडलाइंस के चलते परिणाम की घोषणा के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन नहीं किया जाएगा। परिणाम की घोषणा से सम्बंधित प्रेस रिलीज, फोटो, वीडियो एवं अन्य सूचनाएं बाद में ऑनलाइन माध्यम से उपलब्ध करवा दी जाएंगी।
इससे पहले रविवार को बिहार बोर्ड ने टॉपर वेरिफिकेशन व मेरिट लिस्ट तैयार करने का काम पूरा कर लिया। कंप्यूटर पर मार्क्स पहले ही फीड किए जा चुके थे। विशेषज्ञों द्वारा टॉपरों की कॉपियां भी री-चेक करवाईं गईं हैं। बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने इंटर रिजल्ट की घोषणा के समय ही बता दिया था कि मैट्रिक रिजल्ट जारी करने की तैयारी चल रही है। मूल्यांकन समाप्त हो चुका है। अप्रैल के पहले सप्ताह में मैट्रिक का रिजल्ट जारी हो सकता है।
बिहार बोर्ड 10वीं परीक्षा 2021 का आयोजन 17 फरवरी से 24 फरवरी 2021 तक किया गया था। बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा में कुल 16 लाख 84 हजार 466 परीक्षार्थी शामिल हुए। इनमें आठ लाख 37 हजार 803 छात्राएं और आठ लाख 46 हजार 663 छात्र थे।
इससे पहले बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बिहार बोर्ड या बीएसईबी) ने 10वीं परीक्षा की 'आंसर की' 20 मार्च 2021 को जारी कर दी थी। इस पर आपत्ति दर्ज कराने के लिए 22 मार्च तक का समय दिया गया था। एक्सपर्ट्स द्वारा सभी आपत्तियों पर विचार करने के बाद ही परिणाम जारी किया जाएगा।
जानें क्या हैं पासिंग मार्क्स
पास होने के लिए एक विद्यार्थी को हर पेपर में कम से कम 30-30 फीसदी मार्क्स लाने होंगे। एक कोई विद्यार्थी एक या दो सब्जेक्ट में कुछेक नंबरों से फेल हो जाता है, तो बिहार बोर्ड उसे ग्रेस मार्क्स से पास कर सकता है। इस बार ग्रेस मार्क्स को लेकर बिहार बोर्ड ने कोई ताजा अपडेट नहीं दिया है। पिछले साल मैट्रिक और इंटर की परीक्षा में 2.14 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स को ग्रे मार्क्स देकर पास किया गया था। कक्षा 12 परीक्षा के 1,32,486 छात्र एक या दो विषयों में फेल हो गए थे और उनमें से 72,610 उत्तीर्ण हुए थे। वहीं 10 की परीक्षा में 2,08,147 छात्र परीक्षा में एक या दो विषयों में असफल रहे थे। इनमें 1,41,677 स्टूडेंट्स ग्रेस मार्क्स देकर सफल हुए हैं।
अगर कोई विद्यार्थी कंपल्सरी सब्जेक्ट में फेल हो जाता है तो बोर्ड विद्यार्थी द्वारा चुने गए एडिश्नल सब्जेक्ट के मार्क्स को ले लेगा और छात्र को पास कर दिया जाएगा।
सोशल साइंस और साइंस समेत प्रैक्टिल विषयों में छात्र को थ्योरी और इंटरनल असेसमेंट दोनों में पास होना जरूरी होगा।
कई विद्यार्थियों को यह कंफ्यूजन होती है कि उन्हें ऑब्जेक्टिव व सब्जेक्टिव सेक्शन में अलग अलग पास होना होगा, लेकिन ऐसा नहीं है। एक पेपर में पास होने के लिए आपके उस पेपर में कुल प्राप्तांक ही देखे जाएंगे।
बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा में भाग लेने वाले अभ्यर्थी www.fastresult.in वेबसाइट और Fastresult Mobile APP पर भी अपना रिजल्ट चेक कर सकेंगे।
पिछले वर्ष का मैट्रिक रिजल्ट
पिछले वर्ष बिहार बोर्ड 10वीं रिजल्ट 26 मई को घोषित हुआ था। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते इसकी घोषणा में देरी हुई थी। पिछले वर्ष (2020) बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा में कुल 80.59 प्रतिशत स्टूडेंट्स पास हुए थे। इनमें से 4,03,392 विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में, 524217 सेकेंड डिवीजन से और 2,75,402 थर्ड डिवीजन से पास हुए थे। परीक्षा में 96.20 फीसदी मार्क्स के साथ हिमांशु राज ने टॉप किया था। 2020 का रिजल्ट 2019 की तुलना में मामूली सा कम रहा था। 2019 में 80.73 फीसदी स्टूडेंट्स पास हुए थे।
26 मार्च को जारी हुआ इंटर रिजल्ट, जानें कैसा रहा बिहार बोर्ड ने शुक्रवार को इंटर परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया। कुल पास प्रतिशत 78.04 फीसदी रहा जो कि पिछले वर्ष (80.44 फीसदी) के मुकाबले 2.4 फीसदी कम है। आर्ट्स में 77.97 फीसदी, कॉमर्स में 91.48 फीसदी और विज्ञान में 76.28 फीसदी स्टूडेंट्स पास हुए। आर्ट्स में मधु भारती और कैलाश कुमार ने 463 अंकों के साथ संयुक्त रूप से टॉप किया। कॉमर्स में सुगंधा कुमारी ने 471 अंकों और साइंस में सोनाली कुमारी ने 471 अंकों के साथ टॉप किया।
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