मुजफ्फरपुर जिले में बिहार बोर्ड मैट्रिक कि कॉपियों की जांच खत्म होने के साथ ही टॉपर्स की कॉपियों की जांच की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बुधवार को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से मुजफ्फरपुर समेत सभी जिले के डीईओ और मूल्यांकन केन्द्र निदेशकों को इस संबंध में निर्देश जारी किया गया। बोर्ड की ओर से चयनित टीम गुरुवार को जिले में पहुंचेगी। अलग-अलग केन्द्रों पर बोर्ड की ओर से निर्धारित बारकोड के अनुसार कॉपियों को लिया जाएगा। बोर्ड जिले के परीक्षार्थियों की 30 से अधिक अलग-अलग विषय की मैट्रिक की कॉपियों को जांचेगा।
टॉपरों की और मोतिहारी में गुरुवार को हो रही गणित की परीक्षा की कॉपियां चेक करने के बाद परीक्षा परिणाम की तिथि की घोषणा कर दी जाएगी। बताया जा रहा है कि इस सप्ताह के अंत या अगले सप्ताह के शुरुआती दिनों में रिजल्ट जारी किया जा सकता है।
बोर्ड की टीम ने अलग-अलग केन्द्रों के लिए निर्धारित बारकोड के अनुसार कॉपी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। सभी मूल्यांकन केन्द्र निदेशकों को निर्देश दिया गया है कि 10 बजे से लेकर टीम के आने तक केन्द्र पर उपस्थित रहेंगे।
बोर्ड ने सभी केन्द्र से कॉपियां मंगाई हैं। जिले में छह केन्द्र पर मैट्रिक की कॉपियां जांची गई है। डीईओ अब्दुस सलाम अंसारी ने बताया कि बोर्ड की ओर से सभी मूल्यांकन केन्द्र निदेशकों को कुछ कॉपियों का बारकोड भेजा गया है। संबंधित बारकोड को उजागर नहीं करना है। शिक्षकों के अनुसार ये टॉपर्स की कॉपियां हैं जिन्हें बोर्ड अपने स्तर से भी जाचेंगा।
मार्क्स फाइल न होने से बिना जांचे भेजी गईं कॉपियां
मैट्रिक की कॉपी जांच पूरी हो चुकी है, लेकिन जिले के एक मूल्यांकन केन्द्र से कुछ परीक्षार्थियों की कॉपियां बिना जांचे ही भेजी गई हैं। केन्द्राधीक्षक ने बताया कि इन कॉपियों का मार्क्स फाइल नहीं था। इस कारण कॉपियां नहीं जांची जा सकी। ये हिन्दी की कॉपियां थी।
76 केंद्रों पर हुई थी परीक्षा
मैट्रिक की परीक्षा 17 से 24 फरवरी तक जिले के 76 केंद्र पर हुई थी। परीक्षा में कुल 73114 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इसमें 34736 छात्र शामिल हुए थे। वहीं, छात्राओं की संख्या 38337 थी।
पांच से 14 मार्च तक जांची गई मैट्रिक की कॉपियां
मैट्रिक की कॉपियों की जांच पांच मार्च से शुरू हुई थी।। 14 मार्च तक सभी मूल्यांकन केंद्रों पर कॉपियों की जांच पूरी कर ली गई थी। जिले में छह मूल्यांकन केंद्र बनाए गए थे। सभी केंद्र पर 50 से 65 हजार के संख्या में बिहार बोर्ड की ओर से कॉपी जांचने को भेजी गई थी। लगभग ढाई लाख कॉपियां जांची गई हैं।
Download Link